नई दिल्ली [निहाल सिंह]। पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी (आप) ने राजकुमार आनंद को चुनावी मैदान में उतारा है। वह पहली बार चुनावी दंगल में उतरे हैं, लेकिन खुद को सियासत में नया नहीं मानते, राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर किए राजकुमार खुद को दूसरे राजनीतिक दलों के लिए चुनौती मान रहे हैं। क्षेत्र के प्रत्येक इलाके से वह वाकिफ हैं क्योंकि उनकी पत्नी वीना आनंद वर्ष 2013 में ही आप की टिकट पर विधायक बनकर आईं थीं। इस दौरान वह वीना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर क्षेत्र के लिए कार्य कर रहे थे, लेकिन किसी कारणवश वर्ष 2015 में टिकट नहीं मिला। अब आप ने एक बार फिर आनंद परिवार पर विश्वास जताया है। राजकुमार आनंद यहां से भाजपा के प्रवेश रत्न और कांग्रेस की दिग्गज नेता कृष्णा तीरथ को चुनौती दे रहे हैं।
राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर, पहली बार चुनावी दंगल में
राजकुमार आनंद का जीवन संघर्ष भरा रहा है। उन्होंने प्रारंभिक जीवन नाना-नानी के साथ उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ में व्यतीत किया। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर 14 वर्ष की आयु में फैक्ट्री में मजदूरी का कार्य भी किया। 12वीं पढ़ाई के साथ राजकुमार आनंद आइआइटी रूड़की की प्रवेश परीक्षा तो पास कर गए लेकिन परिवार के खराब आर्थिक हालातों की वजह से वह आइआइटी से सिविल इंजीनियर बनने का सपना पूरा नहीं कर पाए। इसके बाद अपने शिक्षकों की सलाह लेकर सॉफ्ट लेदर के छोटे से व्यापार से जीवन की शुरूआत की और आज इस व्यापार के माध्यम से न केवल अपना परिवार चला रहे हैं बल्कि समाज सेवा भी कर रहे हैं। गरीब बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने से लेकर उनके लिए स्वरोजगार के अवसरों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करते रहे हैं।
आप से 2013 में विधायक बनी थीं राजकुमार की पत्नी वीना आनंद
राजनीति की बात करें तो अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में राजकुमार आनंद जुड़ गए थे। साथ ही इस दौरान कई व्यवस्थाओं में वह भागीदार रहे। इसकी वजह से उनकी पत्नी को 2013 के विधानसभा का टिकट दे दिया था। इसमें उन्होंने जीत हासिल की थी।